कक्षा 10 बिहार बोर्ड: सामाजिक विज्ञान (SST) का पहला अध्याय – इतिहास: “राष्ट्रीयता का उदय”

यहाँ इस अध्याय के सभी महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव (Objective) और सब्जेक्टिव (Subjective) प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं।


ऑब्जेक्टिव प्रश्न और उत्तर

  1. राष्ट्रीयता का अर्थ क्या है?
    (A) धर्म से जुड़ाव
    (B) अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम
    (C) शिक्षा का प्रचार
    (D) क्षेत्रीय भावना
    उत्तर: (B) अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम
  2. भारत में राष्ट्रवाद के उदय का सबसे बड़ा कारण क्या था?
    (A) आधुनिक शिक्षा
    (B) प्रेस का विकास
    (C) ब्रिटिश शासन का शोषण
    (D) इनमें से सभी
    उत्तर: (D) इनमें से सभी
  3. 1857 का विद्रोह किस नाम से प्रसिद्ध है?
    (A) भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम
    (B) औद्योगिक क्रांति
    (C) धर्म युद्ध
    (D) कोई नहीं
    उत्तर: (A) भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम
  4. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई?
    (A) 1857
    (B) 1885
    (C) 1905
    (D) 1947
    उत्तर: (B) 1885
  5. स्वदेशी आंदोलन कब शुरू हुआ?
    (A) 1905
    (B) 1919
    (C) 1930
    (D) 1942
    उत्तर: (A) 1905
  6. भारत में प्रेस और समाचार पत्रों ने राष्ट्रवाद को कैसे प्रभावित किया?
    (A) जागरूकता फैलाकर
    (B) ब्रिटिश नीतियों का प्रचार करके
    (C) संघर्षों को दबाकर
    (D) समाज सुधार कर
    उत्तर: (A) जागरूकता फैलाकर
  7. भारत का संविधान कब लागू हुआ?
    (A) 15 अगस्त 1947
    (B) 26 जनवरी 1950
    (C) 26 नवंबर 1949
    (D) 2 अक्टूबर 1950
    उत्तर: (B) 26 जनवरी 1950

सब्जेक्टिव प्रश्न और उत्तर

प्रश्न 1: राष्ट्रवाद का अर्थ स्पष्ट करें।

उत्तर:
राष्ट्रवाद का अर्थ है अपने राष्ट्र के प्रति अटूट प्रेम और निष्ठा। इसमें देशवासियों के बीच एकता, समानता और स्वतंत्रता की भावना होती है। यह भावना जनता को एकजुट करती है और देश की सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता के लिए प्रेरित करती है।


प्रश्न 2: भारत में राष्ट्रवाद के उदय के कारण क्या थे?

उत्तर:
भारत में राष्ट्रवाद के उदय के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

  1. ब्रिटिश शासन का दमनकारी स्वरूप: भारतीयों के साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार और शोषण ने जनता को एकजुट किया।
  2. आर्थिक शोषण: ब्रिटिश नीतियों के कारण भारतीय उद्योग और कृषि प्रभावित हुए।
  3. आधुनिक शिक्षा का प्रसार: आधुनिक शिक्षा ने भारतीयों को अपने अधिकारों और स्वतंत्रता की आवश्यकता के प्रति जागरूक किया।
  4. प्रेस और समाचार पत्र: प्रेस ने ब्रिटिश सरकार की नीतियों के खिलाफ जनमत तैयार किया।
  5. महत्वपूर्ण आंदोलनों का प्रभाव: 1857 का विद्रोह, स्वदेशी आंदोलन और असहयोग आंदोलन ने राष्ट्रवाद को मजबूत किया।

प्रश्न 3: 1857 के विद्रोह के कारण और प्रभाव लिखें।

उत्तर:
कारण:

  1. अंग्रेजों द्वारा भारतीय सैनिकों के साथ भेदभाव।
  2. सामाजिक और धार्मिक हस्तक्षेप।
  3. किसानों और जमींदारों पर भारी कर।
  4. नई बंदूक में गाय और सुअर की चर्बी के प्रयोग से धार्मिक भावनाओं को ठेस।

प्रभाव:

  1. यह भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहला बड़ा विद्रोह था।
  2. इससे ब्रिटिश सरकार ने भारत पर अपना सीधा नियंत्रण कर लिया।
  3. भारतीय जनता में स्वतंत्रता की भावना जागृत हुई।
  4. आधुनिक राष्ट्रवाद के लिए यह एक प्रेरणा स्रोत बना।

प्रश्न 4: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में स्वदेशी आंदोलन का महत्व समझाइए।

उत्तर:
स्वदेशी आंदोलन (1905) ब्रिटिश वस्तुओं का बहिष्कार करने और भारतीय उत्पादों को अपनाने पर केंद्रित था।
महत्व:

  1. यह आंदोलन ब्रिटिश आर्थिक व्यवस्था को कमजोर करने का प्रयास था।
  2. भारतीय उत्पादों और उद्योगों को बढ़ावा मिला।
  3. इससे भारतीय जनता में आत्मनिर्भरता की भावना विकसित हुई।
  4. महिलाओं और छात्रों ने इस आंदोलन में सक्रिय भाग लिया।

प्रश्न 5: राष्ट्रवाद के उदय में प्रेस और समाचार पत्रों की भूमिका पर चर्चा करें।

उत्तर:
प्रेस और समाचार पत्रों ने भारत में राष्ट्रवाद के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई:

  1. जागरूकता: प्रेस ने ब्रिटिश नीतियों और अत्याचारों के बारे में जनता को जागरूक किया।
  2. राष्ट्रीय एकता: समाचार पत्रों ने भिन्न-भिन्न भाषाओं और क्षेत्रों के लोगों को एकजुट किया।
  3. नेताओं का प्रचार: प्रेस ने नेताओं के विचार और संदेश जनता तक पहुंचाए।
  4. आंदोलनों का समर्थन: स्वदेशी आंदोलन, असहयोग आंदोलन आदि के प्रचार में मदद की।
    उदाहरण के लिए, “अमृत बाजार पत्रिका,” “केसरी,” और “बंगाली” जैसे समाचार पत्रों ने राष्ट्रीयता को बढ़ावा दिया।

प्रश्न 6: भारत में आधुनिक शिक्षा ने राष्ट्रवाद को कैसे प्रभावित किया?

उत्तर:
आधुनिक शिक्षा ने भारतीय समाज को राष्ट्रीयता की भावना से जोड़ने का कार्य किया।

  1. इससे लोगों में स्वतंत्रता और समानता का विचार जागृत हुआ।
  2. भारतीयों को ब्रिटिश शासन की अन्यायपूर्ण नीतियों को समझने में मदद मिली।
  3. नेताओं जैसे बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी, और जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक शिक्षा से प्रेरणा ली।
  4. इसने भारतीयों को संगठित होकर स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।

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